Yogurt vs Dahi: दही और योगर्ट में मत कीजिए ये आम गलती – जानिए असली अंतरअक्सर लोग दही (Curd) और योगर्ट (Yogurt) को एक ही समझ लेते हैं, क्योंकि दोनों दूध से बनते हैं और पोषण से भरपूर होते हैं। हालांकि देखने में समान लगने वाले ये दो डेयरी उत्पाद वास्तव में एक-दूसरे से काफी अलग होते हैं—बनाने की प्रक्रिया से लेकर पोषक तत्वों तक, और स्वाद से लेकर उपयोगिता तक।
इस लेख में हम इन दोनों के बीच का अंतर विस्तार से समझेंगे—उनकी उत्पत्ति, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, स्वास्थ्य लाभ, और रोजमर्रा की रसोई में इनका उपयोग।

दही (Curd): भारतीय परंपरा की पहचान
दही भारतीय खान-पान की संस्कृति में सदियों से शामिल है। संस्कृत शब्द “दधि” से निकला “दही” भारत के हर कोने में एक मुख्य खाद्य पदार्थ रहा है। पारंपरिक रूप से दही को गर्म दूध में थोड़ी मात्रा में पहले से जमा दही (या मिर्च की डंडी जैसी प्राकृतिक स्त्रोत) मिलाकर बनाया जाता है। इसके बाद इसे कुछ घंटों तक कमरे के तापमान पर रखा जाता है, जिससे दूध में मौजूद बैक्टीरिया दूध को फर्मेंट कर देते हैं।
हर घर में बनाया जाने वाला दही अपनी जलवायु, दूध की क्वालिटी और बैक्टीरिया की विविधता के कारण थोड़ा-थोड़ा अलग होता है। यह न केवल स्वाद में बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है।
योगर्ट (Yogurt): वैश्विक मान्यता और नियंत्रित निर्माण
योगर्ट की उत्पत्ति मिडल ईस्ट और बाल्कन देशों में मानी जाती है और इसका नाम तुर्की शब्द “yoğurt” से आया है। योगर्ट बनाने की प्रक्रिया दही से अलग और अधिक नियंत्रित होती है। इसमें दूध को पहले पाश्चराइज़ किया जाता है और फिर इसमें खास बैक्टीरिया स्ट्रेन—Streptococcus thermophilus और Lactobacillus bulgaricus—मिलाए जाते हैं। यह प्रक्रिया एक निश्चित तापमान और नमी में होती है, जिससे हर बार एक जैसा, स्थिर गुणवत्ता वाला उत्पाद बनता है।
आज योगर्ट दुनियाभर में कई फ्लेवर्स और वैरायटीज़ में उपलब्ध है—जैसे ग्रीक योगर्ट, फ्रूट योगर्ट, फ्लेवर योगर्ट आदि। इसका उपयोग न केवल खाने के लिए बल्कि स्मूदीज़, सॉस और डेसर्ट में भी बड़े पैमाने पर होता है।
बनाने की प्रक्रिया: नेचुरल बनाम कंट्रोल्ड
विशेषता | दही (Curd) | योगर्ट (Yogurt) |
---|---|---|
बैक्टीरिया | प्राकृतिक (airborne/house cultures) | विशेष स्ट्रेन (L. bulgaricus, S. thermophilus) |
तापमान नियंत्रण | सामान्य कमरे का तापमान | नियंत्रित तापमान और समय |
टेक्सचर | नरम, कभी-कभी ढीला | मोटा, मलाईदार, चिकना |
स्वाद | हल्का खट्टा | तीव्र, कभी-कभी फ्लेवर के साथ |
पोषण की तुलना: कौन है ज़्यादा फायदेमंद?
दही और योगर्ट दोनों ही पोषक तत्वों के अच्छे स्रोत हैं, लेकिन उनके पोषण मानकों में कुछ बारीक अंतर होते हैं:
पोषक तत्व | दही (100g) | योगर्ट (100g, plain, non-fat) |
---|---|---|
कैलोरी | 61 | 57 |
प्रोटीन | 3.5g | 10g |
वसा | 3.5g | 0.4g |
कैल्शियम | 120mg | 121mg |
कार्बोहाइड्रेट | 4g | 3.6g |
प्रोटीन: योगर्ट, खासकर ग्रीक योगर्ट में प्रोटीन की मात्रा दही से कहीं अधिक होती है, जो मसल बिल्डिंग और लंबे समय तक पेट भरे रखने के लिए बेहतरीन है।
वसा: दही का वसा स्तर उपयोग किए गए दूध पर निर्भर करता है। योगर्ट विशेष रूप से लो-फैट या नो-फैट वैरायटी में आता है।
कैल्शियम और विटामिन्स: दोनों ही उत्पाद कैल्शियम और विटामिन B12 व राइबोफ्लेविन के अच्छे स्रोत हैं।
प्रोबायोटिक्स: आंत के स्वास्थ्य के रक्षक
दही और योगर्ट दोनों ही प्रोबायोटिक्स—अच्छे बैक्टीरिया—से भरपूर होते हैं, जो पाचन, इम्युनिटी और मानसिक स्वास्थ्य में सहायक होते हैं। हालांकि, दही में नेचुरल बैक्टीरिया की विविधता अधिक हो सकती है, जबकि योगर्ट में नियंत्रित और निश्चित स्ट्रेन होते हैं। इससे योगर्ट में प्रोबायोटिक प्रोफाइल ज़्यादा स्थिर होता है।
लैक्टोज इनटॉलरेंस: योगर्ट अक्सर लैक्टोज इनटॉलरेंट लोगों के लिए भी अनुकूल होता है, क्योंकि इसकी फर्मेंटेशन प्रक्रिया लैक्टोज को काफी हद तक तोड़ देती है। दही भी कुछ हद तक मददगार हो सकता है, लेकिन इसमें विविधता ज़्यादा होती है।
स्वाद और बनावट में अंतर
दही का स्वाद उसके वातावरण, दूध की गुणवत्ता और इस्तेमाल किए गए स्टार्ट कल्चर पर निर्भर करता है। इसका स्वाद हल्का खट्टा होता है और बनावट कभी-कभी हल्की दानेदार हो सकती है।
दूसरी तरफ, योगर्ट का स्वाद ज़्यादा नियंत्रित होता है—मलाईदार, चिकना और अक्सर फ्लेवर के साथ आता है। इसकी बनावट गाढ़ी और एक जैसी रहती है, जो ग्लोबल मार्केट के लिए आदर्श बनाती है।
उपयोगिता: रसोई में कैसे करें इस्तेमाल?
दही के पारंपरिक प्रयोग:
- लस्सी और छाछ: गर्मियों की जान
- रायता: मसालेदार खाने का संतुलन
- श्रीखंड: मीठे का स्वर्गीय विकल्प
- दही-आधारित करी: रिच, क्रीमी और हल्की खटास वाली ग्रेवी
योगर्ट के आधुनिक प्रयोग:
- स्मूदी और बाउल्स: हेल्दी ब्रेकफास्ट या स्नैक
- सॉस और ड्रेसिंग: हेल्दी विकल्प मेयोनीज़ के लिए
- मारिनेड्स: मीट और सब्ज़ियों को मुलायम और फ्लेवरफुल बनाता है
- बेकिंग: केक और ब्रेड में मॉइश्चर जोड़ता है
Yogurt vs dahi : किसे चुनें?
यह पूरी तरह आपकी व्यक्तिगत पसंद, स्वास्थ्य ज़रूरतों और सांस्कृतिक संदर्भ पर निर्भर करता है।
- यदि आप भारतीय पारंपरिक स्वाद, नेचुरल फर्मेंटेशन और विविध प्रोबायोटिक्स की तलाश में हैं, तो दही आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।
- यदि आप स्थिर गुणवत्ता, हाई प्रोटीन कंटेंट और अंतरराष्ट्रीय वैरायटीज़** चाहते हैं, तो योगर्ट एक बेहतर चॉइस है।
दोनों ही हेल्दी, स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर हैं। आप इन्हें अपने डाइट में शामिल करके न केवल स्वाद का आनंद ले सकते हैं, बल्कि अपने पाचन और इम्यून सिस्टम का भी ध्यान रख सकते हैं।
निष्कर्ष: दही और योगर्ट—दोनों हैं सुपरफूड
दही और योगर्ट दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर, प्रोबायोटिक युक्त और स्वादिष्ट विकल्प हैं। चाहे आप पारंपरिक भारतीय रसोई का हिस्सा बनाना चाहें या मॉडर्न हेल्दी डाइट में शामिल करना चाहें, दोनों अपने-अपने स्थान पर बेहतरीन हैं।
तो अगली बार जब आप डेयरी सेक्शन में खड़े हों, तो अब आप जान पाएंगे कि आपको क्या चुनना है—दही का देसी स्वाद या योगर्ट का ग्लोबल टच!
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डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी किसी चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी निर्णय को लेने से पहले कृपया अपने डॉक्टर या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें। दही और योगर्ट का सेवन आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियों, एलर्जी या पाचन क्षमता पर निर्भर कर सकता है।
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